24 November 2021 Panchang- आज का पंचांग मुहूर्त हमारे हिन्दू धर्म में किसी भी विशेष कार्यक्रम को करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता हैं चाहें कोई नया व्यवसाय शरू करना हो या शादी-विवाह जैसे मंगल कार्य हो या फ़िर कोई विशेष त्यौहार, व्रत, उत्सव व समारोह इत्यादि सभी के लिए पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता हैं जिसके लिए पंचांग का इस्तेमाल किया जाता हैं।
इसलिए पंचांग का हर विशेष कार्यक्रम में ख़ास महत्व होता हैं जिसकी मद्त से हमें यह ज्ञात होता हैं कि कौन दिन कितना शुभ हैं एवं कौन-कौन सा समय शुभ हैं साथ ही कौन दिन कितना अशुभ हैं एवं कौन-कौन सा समय अशुभ हैं औऱ बिना पंचांग देखें बिना किसी भी नये एवं शुभ काम को नही किया जाता हैं।
24 November 2021 Panchang के जरिये आप शुभ व अशुभ समय का पता लगा सकते हैं जिसे आपके द्वारा किये गए कार्यक्रम को सफलता प्राप्त हो औऱ हरदिन कापंचांगसबसे पहले देखने के लिए आप हमारी वेबसाइट को Add To Home करें जिसे यह App की तरह काम करेगें औऱ हमारे फेसबुक पेज और टेलीग्राम चैनल पर क्लिक करके ज्वाइन करें।
कृष्ण पक्ष पंचमी– Nov 24 12:55 AM – Nov 25 03:04 AM
कृष्ण पक्ष षष्ठी– Nov 25 03:04 AM – Nov 26 04:42 AM
नक्षत्र
पुनर्वसु – Nov 23 01:44 PM – Nov 24 04:29 PM
पुष्य – Nov 24 04:29 PM – Nov 25 06:49 PM
करण
कौलव – Nov 24 12:56 AM – Nov 24 02:03 PM
तैतिल – Nov 24 02:03 PM – Nov 25 03:04 AM
गर – Nov 25 03:04 AM – Nov 25 03:57 PM
योग
शुभ – Nov 23 06:45 AM – Nov 24 07:30 AM
शुक्ल – Nov 24 07:30 AM – Nov 25 07:57 AM
वार- बुधवार
अशुभ काल
राहू – 12:07 PM – 1:25 PM
यम गण्ड – 8:13 AM – 9:31 AM
कुलिक – 10:49 AM – 12:07 PM
दुर्मुहूर्त – 11:46 AM – 12:28 PM
वर्ज्यम् – 01:16 AM – 03:01 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – Nil
अमृत काल – 01:49 PM – 03:36 PM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:19 AM – 06:07 AM
दिन का चौघड़िया
लाभ
06:55 AM
08:13 AM
अमृत
08:13 AM
09:31 AM
काल
09:31 AM
10:49 AM
शुभ
10:49 AM
12:07 PM
रोग
12:07 PM
13:25 PM
उद्बेग
13:25 PM
14:43 PM
चर
14:43 PM
16:02 PM
लाभ
16:02 PM
17:20 PM
रात का चौघड़िया
उद्बेग
17:20 PM
19:02 PM
शुभ
19:02 PM
20:44 PM
अमृत
20:44 PM
22:26 PM
चर
22:26 PM
00:08 AM
रोग
00:08 AM
01:50 AM
काल
01:50 AM
03:32 AM
लाभ
03:32 AM
05:14 AM
उद्बेग
05:14 AM
06:56 AM
24 November 2021 Panchang Aaj Ka
पंचांग के जरिये आप हर दिन के शुभ व अशुभ समय का पता लगा सकते हैं जिसे आपके द्वारा किये गए कार्यक्रम को सफलता प्राप्त हो इसलिए पंचांग का हमारे जीवन मे महत्व होता हैं!
किसी भी नये कार्य एवं शुभ काम को करने के लिए शुभ और अशुभ समय का पता लगाने के लिए पंचांग(Panchang) का सहारा लिया जाता हैं पंचांग में नक्षत्र, तिथि, योग, करण और वार पांच अंग होते हैं औऱ यह आपको वर्तमान दिन की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करता हैं इसलिए इसे हिन्दू कैलेंडर भी कहा जाता है जिसे आपको निम्नलिखित जानकारी मिलती हैं।
तिथि जिसे दिनांक या तारीख़ कहा जाता हैं एक माह में दो पक्ष होते हैं औऱ प्रत्येक पक्ष में पंद्रह तिथियां होती है कृष्ण पक्ष की पहली तिथि को कृष्ण प्रतिपदा औऱ अंतिम तिथि आमवस्या होती हैं और शुक्ल पक्ष की पहली तिथि शुक्ल प्रतिपदा और अंतिम तिथि पूर्णिमा होती है।
विज्ञान में अपने नक्षत्र नाम सुना होगा नहीं सुना तो हम आपको बता दे कि तारों के समहू को नक्षत्र कहा जाता हैं और ज्योतिष शस्त्रों में इनकी सँख्या 27 होती है जो इस प्रकार है
1. यह आपको हर रोज का शुभ और अशुभ मुहूर्त की जानकारी प्रदान करता है।
2. पंचाग की सहायता से आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों को शुभ मुहूर्त के अनुसार कर सकते हैं।
3. आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों को अशुभ मुहूर्त देखकर कुछ समय के लिए रोक सकते हैं।
4. शुभ मुहूर्त में किये गए कार्यों में आपको सफलता प्राप्त के अवसर बढ़ जाते हैं इसलिए विशेष कार्यक्रम को शुभ मुहूर्त के अनुसार किया जाता है।
5. पंचाग की सहायता से आप बुरे प्रभावों को कम कर सकते हैं औऱ सफलता के मार्ग की ओर बढ़ते है।
उम्मीद है की आज का पंचांग मुहूर्त की जानकारी आपके लिए लाभदायक रही होगी इसलिए इसे केवल एक व्यक्ति के साथ जरूर शेयर करे ताकि उनके जीवन में भी मदतगार रहे और हर रोज सबसे पहले Aaj Ka Panchang 2021 देखने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे लाइक करने के लिए यहाँ क्लिक करे और साथ ही टेलीग्राम चैनल को भी ज्वाइन करे उसके लिए यहाँ क्लिक करें
कुछ पंचाग में हमने देखा है कि आनंदादि योग दिया होता है उसका क्या महत्व है अगर आनंदादि योग में गद्द है तो क्या कोई शुभ कार्य नही करना चाहिए और आनंदादि योग के साथ तमिल योग दिया है उसको कहाँ पर देखा जाता है क्रपया मार्ग दर्शन करने की कृपा करें
कुछ पंचाग में हमने देखा है कि आनंदादि योग दिया होता है उसका क्या महत्व है अगर आनंदादि योग में गद्द है तो क्या कोई शुभ कार्य नही करना चाहिए और आनंदादि योग के साथ तमिल योग दिया है उसको कहाँ पर देखा जाता है क्रपया मार्ग दर्शन करने की कृपा करें